Jim Jones Story in Hindi में आज हम आपको अंधविश्वास की एक ऐसी घटना के बारे में बतायेंगे जिसके बारे में आपने शायद ही कभी कुछ सुना हो, अन्धविश्वास क्या है इसके बहुत सारे उदाहरण हम अपने आस पास देखते हें लेकिन आज में आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहा हु जो आपने शायद ही कभी सुनी होंगी| जो आपका दिमाग हिला है आप भी सोचेंगी इतनी बड़ी घटना और इसके बारे में आप कुछ नही जानते |

यह एक ऐसी घटना के जिसने अमेरिका की नींदे तक उड़ा दी थी की एक इन्सान ताकत का इतना भूखा हो सकता हें की जो अपना और अपने से जुड़े लोगो का सब कुछ खत्म कर दे, चाहे वो उनकी जिन्दगी हो चाहे उनके बच्चे |
इस घटना को JONESTOWN नरसंहार के नाम से जाना जाता हें ये घटना साउथ अमेरिका में स्तिथ गुयाना के पास Jonestown में घटित हुई | ये दुनिया की एकलोती एक ऐसी जिसमे सैकड़ो लोगो ने एक साथ जाने दी |
यह घटना 18 नवम्बर 1978 की हें यहाँ Jonestown में Jim Jones के एक आदेश पर 900 से ज्यादा लोगो ने जहर पिया जिनमे 304 बच्चे भी थे |

लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो ये हें की-
- क्यों लोगो ने एक आदेश पर ऐसा किया ?
- लोग इतने भी क्या मजबूर थे?
- बच्चो ने जहर क्यों पिया होंगा?
ऐसे ही बहुत सारे सवाल है जिनके बारे में कल्पना करना भी संभव नही है |
Jim Jones कौन था?
Jim Jones का जन्म 13 मई 1931 इंडियाना (अमेरिका) में हुआ था | इसने ‘पीपल्स टेंपल’ नाम के एक नये धर्म की शुरुआत की और खुद को इस धर्म का भगवान बताया | इसके भक्त उसको ईसा मसीह सा मानते थे| Jones का पक्ष था की सभी लोगो में समानता होनी चाहिए कोई छोटा बड़ा नही हें कोई गोरा कला नही हें इस कारण बहुत सारे लोग इसकी विचारधारा से जुड़ने लगे लेकिन इस विचारधारा के पीछे की हकीकत का अंत बड़ा ही दर्दनाक होंगा ये कभी किसी ने नही सोंचा था| इंडियाना के बाद फिर यह कैलिफॉर्निया चला गया | यहां इसने कई अजीबोगरीब काम किये जिसके कारण उसे यहाँ से भागना पड़ा, तो ये भागकर गुयाना पहुंच गया, यही पर इसने और इसकी लोगों ने जंगल साफ करके एक शहर बसाया जिसका नाम पीपल्स टेंपल ऐग्रीकल्चरल प्रॉजेक्टरखा लेकिन इसे असली में तो जोन्सटाउन के नाम से जाना जाता था| जो यहा एक बार आ गया में Jones की इच्छा के बिना बाहर नही जा सकता |

Jim Jones की ताकत |
Jonestown एक ऐसा किला था जहा Jones की हुकुमत चलती थी Jones का ज्यादा ध्यान बच्चो पर रहता जिनके कारण लोग यहाँ से भागने से डरते थे | लेकिन यहाँ के ज्यादातर लोग तो Jones को ही भगवान मानते थे लेकिन फिर भी यहाँ से वापस जाने की अनुमति किसी को भी नहीं थी |
इस शहर में सबसे ज्यादा अमेरिकी थे जिसके कारण अमेरिका के लोग का हनन होता देख अमेरिका ने लोगो को यहाँ से बचाने के बारे में सोचा लेकिन जब अमेरिकी सेना यहाँ आई उन्हें बस 918 लोगो की लाशे मिली जिन्हें देख हर कोई भोच्चका रह गया |

Jim Jones का अंत |
अमेरिकी सैनिको के आने से पहले Jones ने Jonestown के हर व्यक्ति को एक बड़ी सामूहिक सभा में बुलाया यहाँ इसने सबको कहाँ की अमेरिकी आ रहे हें वो हमे जानवरों की तरह मार देंगे हमारे बच्चो को कसाइयों की तरह कत्ल कर देंगे एक बड़े भाषण के बाद सभी अनुयाहियो के सामने जहर से भरा एक बर्तन लाया गया | मांओं ने पहले बच्चों को जहर दिया फिर खुद भी पि लिया जिन्होंने पिने से मना किया उन्हें जबरदस्ती सुइयों से दे दिया गया, ऐसी करके कुछ ही समय में 909 लोग मारे गये बाकि इसके बाद Jones ने खुद को गोली मरवाई और अंत में वो अनुयाही बची उसने अपने बच्चो को जहर पिला कर खुद भी जहर पि लिया और ऐसे करके 18 नवम्बर 1978 अमेरिका के लिए एक काला दिन बन गया |
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